नींद आने के घरेलू उपाय नींद की दवा
नींद की दवा
पर्याप्त नींद न मिलने से अनेक रोगों का जन्म होता है | इसके लिए हमें पूरी नींद लेनी जरुरी है |
अनिद्रा के कारण कब्ज बढती है , शरीर ढीला तथा बिमारी जैसा रहता है , काम में मन नही लगता ,बुखार जैसी शिकायत रहती है ,सिरदर्द बना रहता है |
शरीर को पुनः ऊर्जा प्राप्त करने के लिए निद्रा जरुरी है |
बच्चो को पर्याप्त नींद न मिलने से उनकी रोग-प्रतिरोधक क्षमता कम होती है |कम नींद लेने से स्मरणशक्ती कमजोर करती है |
दिमाग की याद रखने की क्षमता पर भी प्रभाव पड़ता है |
नींद कितना समय लेनी जरुरी है ?
नींद की अवधि कितनी होनी चाहिए , यह तो व्यक्ति की आयु , अवस्था तथा शारीरिक श्रम के ऊपर निभर्य करता है | वे व्यक्ति शारीरिक परिश्रम करते है , उन्हें एक दिन में कम -से -कम आठ या दस घंटे की नींद बहुत अवश्यक है |उम्र के हिसाब से | नींद समय |
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१-३ वर्ष के बालक को | १२-१४ घंटे |
३-६ वर्ष के बालक को | ११-१३ घंटे |
६-१२ वर्ष के बालक को | १० -११ घंटे |
१२ -१८ वर्ष के बालक को | ८-९ घंटे |
स्वस्थ युवा लोगो को | ८ घंटे |
प्रौढ़ व्यक्ति को | ६-७ घंटे |
प्रौढ़ मेहनतकश को | ८-९ घंटे |
मस्तिष्क की
कार्यकुशलता ,मानसिक क्षमताओ एव शारीरिक स्वास्थ में श्रेष्टता लाने
तथा उर्जा-शक्ति हेतु विश्राम की अत्यधिक आवश्यकता होती है |
अत्यधिक थकान एव तनाव में से निकलकर जब बिस्तर पर लेटते है ,तो वही अवस्था विश्राम है |
विश्राम के समय गहरी नींद लेना बहुत महत्वपूर्ण है |
नींद के प्रकार :
आमतौर पर इसकी तिन अवस्थाए होती है :
- जाग्रत अवस्था
- स्वप्न अवस्था
- सुपुष्त अवस्था
जब सोते समय नींद में कोई स्वप्न देख रहे होते है , तब स्वप्नावस्था होती है तथा जब गहरी नींद में सो रहे होते है , तब वह सुपुष्तावस्था होती है |
नींद आने के घरेलू उपाय :
आज हम नींद आने के घरेलू उपाय में नींद आने के आयुर्वेदिक उपाय बताएँगे. नींद अधिकतर रोगों की सहज दवा है |
वक्ती दिन भर परिश्रम करने के बाद रात को इतनी नींद लेता है कि सुबह उसे बिलकुल आलस न रहे तो वह उसके लिए पर्याप्त होती है |
नींद से शरीर को उर्जा मिलती है , वह रीचार्ज हो जाता है |
गहन निद्रा के लिए कुछ उपाय अपनाए जा सकते है –
- बिस्तर पर जाने से पूर्व पेशाब अवश्य करे , मूत्र के वेग को कभी न रोके |
- रात में सोने से पूर्व एक गिलास ठंडा पानी पीकर सोए |
- मच्छर के काटने से नींद टूट जाती है , मच्छरदानी का उपयोग करे |
- एक बार और ध्यान दे , रात को पुरे कपड़े पहनकर न सोए | ढीले-ढाले कपड़े कपड़े पहनकर सोए |
- अकसर मंद रोशनी तथा हवादार कमरे में नींद अच्छी आती है | खुले हवादार कमरे में सोए |
- गरिष्ठ भोजन से कब्ज बनती है | कब्ज के कारण नींद में बाधा पडती है | रात्रि को पाचक और हलका भोजन करे |
- सोने का समय तय होना चाहिए , देर तक जागने से निद्रा नाश होता है |
- चाहे तो एक गिलास ठंडा- मीठा दूध पीकर सोए |
- परिश्रम करने से नींद अच्छी आती है , जिसकी कार्य –प्रवृत्ति बैठने की है , दो चार की.मी. पैदल चलकर इसे आरामदायक बना सकते है.
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